रेनू कुमारी 'श्रीगणेश '
रेनू कुमारी 'श्रीगणेश '

नमन मंच????????
विषय - प्रभु हनुमानजी
संकट हरण करे कल्याण
श्रीराम सेवक हैं बीर बलवान
अशोक वाटिका से सीता संवाद लाए
श्रीराम प्रभू से आशिष पाए ।
लक्ष्मण को जब बाण लगा
पर्वत पर औषध का न पहचान लगा ,
पूरा पर्वत उठाए प्रभू हनुमान
शीघ्र चल दिए होने से पहले बिहान ।
मुर्क्षित लक्ष्मण के सुरक्षित हुए प्राण ,
हर्षित हुए तब श्रीराम , बोले जय हो तुम्हारी हनुमान ।
श्रीराम प्रभू की युद्ध में जीत हुई ,
हनुमान और श्रीराम की गाढ़ी मीत हुई।
सदैव अमर रहे हनूमान , श्रीराम प्रभू ने दिया वरदान ।
माता सीता से एक चूटकी सिंदुर का रहस्य जाना ,
अजर अमर कर दूं भगवन को यहि बिचार हनुमान ने ठाना ।
हनुमान हृदय में विराजे सीता संग श्रीराम ,
पहले भक्त की पूजा हो -
पूजा तभी स्वीकारेंगें श्रीराम ।
रेनू कुमारी 'श्रीगणेश '
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