धार्मिक संगठनो ने और बाबाओं ने सालों तक रुपए लिए गये श्रेष्ठ समाज व्यवस्था
धार्मिक संगठनो ने और बाबाओं ने सालों तक रुपए लिए गये श्रेष्ठ समाज व्यवस्था

धार्मिक संगठनो ने और बाबाओं ने सालों तक रुपए लिए गये श्रेष्ठ समाज व्यवस्था आज तक नहीं बना पाए वो सिर्फ रुपए लेकर अपना उल्लू सीधा करते रहे उसका परिणाम सामने दिखाई दे रहा है दशो दिशाओं में से एक से बढ़कर एक महापाप कर्म की खबर सामने आ रही है बड़ा चिंता का गंभीर विषय बनता जा रहा है प्रत्येक मनुष्य जीव आत्मा के लिए
आज धार्मिक उत्सव में बिभस्त एकदम गंदे गीत बजते हैं सालों से और धार्मिक संगठन के पदाधिकारी कुछ जगह पर तो खुद नाचते दिखाई देते हैं उत्सव में बहुत कह जाता है उस पदाधिकारी की मानसिकता और कहा जाता है में यह धार्मिक संगठन का यह पदाधिकारी हूं
हम तो बिंदास कहते हैं आप पदाधिकारी हो अच्छी बात है मगर आप ही सबसे आगे होकर ऐसे गानों पर डांस करोंगे तो क्या आपका और धर्म का अच्छा दिखाईं देगा तो जवाब आता है सब जगह चलता है तुम वहां क्यूं नहीं बोलते हम कहते हैं हम जहां दिखाई देता है हमने वहां बोला है बिंदास सामने
हमने ऐसे पदाधिकारी और कुछ बाबा को सामने कहा आपकी वजह से धर्म और समाज व्यवस्था बिल्कुल चोपट हो चुकी है उपर जाओगे आपके पूर्वज भी आपका गंदा मूंह देखना पसंद नहीं करेगे क्यूंकि आप महा पापी राक्षसी मनुष्य जीव आत्मा बन चुके हो और कुल भक्षक धर्म भक्षक समाज भक्षक आपके पूर्वज भी जिस योनि में जी रहे होंगे आपके उपर नफरत ही करते होंगे और आपके गुरुदेव भी आपके महापाप कर्म भुगत रहे होंगे जो महापाप कर्म करनेवाली मनुष्य जीव आत्मा को अपना शिष्य बनाकर