अकाल अकैडमी भूँसला में खालसा साजना दिवस और बैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया।

अकाल अकैडमी भूँसला में खालसा साजना दिवस और बैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया।

अकाल अकैडमी भूँसला में खालसा साजना दिवस और बैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया।

गुहला -चीका (गुरदेव जोसन, हुक्म मैहला,) दैनिक अमृत धारा 16 अप्रैल-                   अकाल अकैडमी भूँसला में खालसा साजना दिवस और बैसाखी के पावन अवसर पर एक भव्य धार्मिक समागम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में एक विशेष आध्यात्मिक कार्यक्रम हुआ, जिसमें सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

समागम की शुरुआत श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ से हुई, जो पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ आरंभ किया गया। पाठ के दौरान संपूर्ण संगत ने आत्मिक शांति और गुरबाणी की महिमा का अनुभव किया। इसके बाद विद्यार्थियों द्वारा शब्द कीर्तन प्रस्तुत किया गया, जो सभी के दिलों को छू गया। बच्चों ने बहुत ही भावनात्मकता और रसभावना के साथ गुरबाणी के राग गाए, जिससे पूरे वातावरण में एक अद्भुत आध्यात्मिकता फैल गई।

कार्यक्रम के दौरान अकाल अकैडमी भूँसला  के प्रिंसिपल  गुरजीत कौर जी अपने सम्बोधन में खालसा पंथ के इतिहास और इसकी महिमा पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों से गुरबाणी के शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारने की अपील की।

इसके अलावा, स्टाफ सदस्य सुुखचैन सिंह, सतगुरु सिंह, जसप्रीत और अन्य ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विद्यार्थियों और शिक्षकों का उत्साह इस धार्मिक समागम को एक विशेष रूप प्रदान करता है।

इस समागम का समापन अरदास के साथ हुआ, जिसमें सामूहिक रूप से खालसा पंथ की खुशहाली और विश्व में शांति की कामना की गई। इस तरह, अकाल अकैडमी भूँसला में खालसा साजना दिवस और बैसाखी को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया।