इंद्री में स्कैनिंग मशीन राईस मिलर्स के जी का जंजाल बनी।

इंद्री,13 जनवरी (अमित सरोहा) इंद्री में भारतीय खाद्य निगम की ओर से चावल की स्कैनिंग के लिए रखी गई। स्कैनिंग मशीन राईस मिलर्स के जी का जंजाल बन चुकी है। स्कैनिंग मशीन द्वारा एक ही गाड़ी के सैम्पल बार बार लेने से अलग-अलग रिपोर्ट सामने आई है। जिससे राईस मिलर्स में सरकार के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। शनिवार को स्कैनिंग मशीन की अलग-अलग रिपोर्ट को लेकर राईस मिलर रमेश बंसल ने विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि शनिवार को उनकी चावल से भरी दो ट्रक भेजे थे। जिनके मशीन से सैम्पल लेने पर गाड़ियों को रिजेक्ट कर दिया गया। उन्होंने मशीन में गड़बड़ी बताकर मामले की शिकायत एफसीआई डीएम को की। जिसके बाद उनकी दोनों गाड़ियों की मशीन से 5 बार सैंपलिंग की गई। मशीन अलग अलग रिपोर्ट में चावल पास हो गया। इसके बाद विभाग ने मैनुअल जांच कर दोनों गाड़ियों को पास कर दिया। राईस मिलर का कहना है कि स्कैनिंग मशीन के कारण राईस मिलर्स को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए हमारी मांग है कि स्कैनिंग मशीन को जल्द से जल्द बदला जाए। बॉक्स : पहले ही 2 माह लेट लग रही है गाड़ियां राईस मिलर दीपक बंसल ने बताया कि एक तो फोर्टिफाइड राईस का टेंडर नहीं होने के कारण गाड़ियां पहले ही 2 माह लेट लग रही हैं। अब गाड़ियां लगानी शुरू की तो स्कैनिंग मशीन के कारण राईस मिलर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एफसीआई के स्थानीय गोदाम में मौजूद स्कैनिंग मशीन मिलर्स के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। इसलिए सरकार से मांग है कि इसे तुरंत बदला जाए। वर्जन : नियमानुसार की जा रही है कार्रवाई इस मामले में डीएम क्वालिटी कांता प्रसाद का कहना है कि नियमानुसार कार्रवाई की गई है। इससे अधिक इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहता। कांता प्रसाद डीएम क्वालिटी

इंद्री में स्कैनिंग मशीन राईस मिलर्स के जी का जंजाल बनी।
इंद्री में स्कैनिंग मशीन राईस मिलर्स के जी का जंजाल बनी।