हसनपुर रहरा रोड झोलाछाप डॉक्टरों का कहर थमने का नाम नही ले रहा है

नवरतन (अमृत धारा ) अमरोहा हसनपुर कस्बे साई जीवनदान हॉस्पिटल की जांच हो जाए तो बड़ा खेल सामने आएगा क्योंकि एक तो डिग्री धारक डॉक्टर नही है दूसरी तरफ ये की सजायाफ्ता मुजरिम अस्पताल चला रहे है बता दे की हसनपुर में साई जीवनदान नर्सिंग होम को सजायाफ्ता और आरोपो में लिप्त नर्सिंग होम ओपन करके बिना डिग्री के हॉस्पिटल चला रहे है जिससे स्वास्थ्य विभाग की मंशा पर सवाल उठने लाज़मी है, अभी कुछ ही दिन पूर्व एक निजी हॉस्पिटल में एक हादसा हो चुका है और सभी डॉक्टर हॉस्पिटल छोड़कर फरार हो गया थे लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की आंखे नही खुली ऐसा ही एक ताज़ा मामला हसनपुर नगर का है, जहाँ रहरा बस स्टैंड के नज़दीक बाँसका निवासी अट्टन साई जीवनदान नर्सिंग होम नाम से अस्पताल का संचालन कर रहा है, विगत रहे कि अट्टन गोतस्करी में लिप्त रहा है, कई मामलों में इसको सज़ा भी हो चुकी है और पुलिस विभाग इसकी सम्पत्ति भी कुर्क करने की कार्यवाही कर चुका है, सवाल ये है कि एक सजायाफ्ता मुजरिम वो भी गोकशी जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त व्यक्ति चिकित्सा जैसे समान्नित पेशे में कैसे आ सकता है, मज़े की बात ये है कि अट्टन केवल सजायाफ्ता व्यक्ति ही नही है बल्कि झोलाछाप भी है, फिर भी जिम्मेदारों का इस तरफ ध्यान नही है, कब ये मुजरिम किसी बड़े अपराध को अंजाम दे जाए पता नही, चिकित्सा जैसे पावन पेशे में ऐसे अपराधियो का घुसना न केवल समाज के लिए घातक है, बल्कि लाखो लोगो की जान पर लटक रही तलवार भी है। अब देखना ये है कि स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग कब अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागकर ऐसे अपराधियो पर कार्यवाही करता है। या नही क्योंकि अक्सर अमरोहा स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा पब्लिक को भुगना पड़ता है

हसनपुर रहरा रोड झोलाछाप डॉक्टरों का कहर थमने का नाम नही ले रहा है