मंदिर में आने से लोगों के संस्कारों में वृद्धि होती है

समालखा 21 जुलाई ( मुकेश राठी ) सुबह-सुबह युवाओं के मंदिर में आने जा मात्र से कई पीढियां को सुधारा जा सकता है क्योंकि सुबह -श्याम मंदिर में आने वाला विद्यार्थी या युवा एक अच्छे संस्कार अच्छे गुण व माता-पिता की,बड़ों का मान - सम्मान करने के गुण प्राप्त करेगा।जिससे आने वाली कई पीढियां का सुधार होगा।मंदिर में आने वाले लोगों के संस्कारों में वृद्धि होती है और दूसरी तरफ युवा नशे लत से भी बचा रहेगा।सोसाइटी खराब होने से ही बच्चों के संस्कार खराब हो जाते हैं। इसलिए जिनके बच्चे नशे की लत, बुरी संगत की ओर चले जाते हैं तो उन मां-बाप को पूरी जिंदगी पछताना पड़ता है। इसलिए सुबह शाम मंदिर में आने वाले युवा अन्य बुराइयों की ओर आसानी से नहीं जाते हैं उक्त बातें दिलबाग सिंह व मुकेश राठी ने सामूहिक रूप से कहीं प्राचीन शिव मंदिर मनाना में शिवलिंग , गणेश जी ,गोरा मां , कार्तिकेय व नंदी की मूर्तियो की प्राण प्रतिष्ठा मंत्र उच्चारण द्वारा की गई व विधि विधान से हवन यज्ञ किया गया। सुभाष शास्त्री की टीम द्वारा इस हवन यज्ञ व अन्य पूजा पाठ को संपन्न करवाया।इस अवसर पर नरेंद्र राठी , प्रताप सिंह ,अजय सिंह , राजवीर , मुकेश राठी ,अनिल राठी, नरेंद्र राठी , दिलबाग राठी, मोना पहलवान , दिलबाग भगत ,सतीश राठी, कृपाल राठी, हरदीप, नरेंद्र, देवेंद्र, प्रताप सिंह ,संदीप फौजी ,सुशील शर्मा, सुरेश शर्मा पुजारी, रणवीर सिंह, रविंदर ,मनोज , वेद प्रकाश ,रामनिवास मिस्त्री ,चरण सिंह मिस्त्री ,विकी,बबली, सुनीता ,अंजू ,कविता ,अनीता ,विमला ,शकुंतला,राजो देवी ,सुमन अन्य मौजूद रहे

मंदिर में आने से लोगों के संस्कारों में वृद्धि होती है